उत्तराखण्ड

खनन व्यवसायियों की जिलाधिकारी कार्यालय में कई दौरों में चली समझौता वार्ता इस बात पर पुनः हुई स्थगित… पढ़ें खबर

लंबे समय से भाड़ा बढ़ाने और रॉयल्टी कम करने की मांग को लेकर आंदोलनरत खनन व्यवसायियों की मंगलवार की शाम जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में वार्ता हुई, कई दौरों की वार्ता के दौरान जहां जिला प्रशासन खनन व्यवसायियों को फैसले के लिए समझाता रहा। जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने कहा कि बीच का रास्ता निकालना चाहिए। जिसमें क्रेशर संचालक भी अपना कारोबार सुचारू रूप से कर सकें। और खनन व्यवसाई भी राजी हो सके। जिलाधिकारी ने खनन व्यवसायियों से 30 रुपये भाड़ा देने पर सहमत होने का आह्वान किया। परंतु खनन व्यवसाई 35 पर ही अड़े रहे। बाद में खनन व्यवसायियों ने कहा कि वह 33 रुपये में हड़ताल खत्म कर सकते हैं। इस पर जिलाधिकारी ने क्रेशर संचालकों से बात बात की। पुनः बातचीत का दौर शुरू हुआ खनन व्यवसाईयो ने अंत में कहा कि वह ₹32 रुपए मैं अपनी हड़ताल खत्म करने को तैयार हैं। परंतु क्रेशर संचालक 31 रुपये से अधिक देने पर राजी नहीं हुए। जिसके बाद पुनः वार्ता स्थगित हो गई। वार्ता के दौरान जिला अधिकारी के अलावा अपर जिला अधिकारी राजस्व अशोक जोशी, उप जिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह, उपनिदेशक खनन राजपाल लेघा, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, वही खनन व्यवसायियों में ग्राम प्रधान रमेश जोशी, जीवन कबडवाल, विपिन जोशी, मनोज मठपाल, पम्मी सैफी, हेम दुर्गापाल, वीरेंद्र दानू, पंकज दानू, चंद्रशेखर पंत, प्रवीण दानू, अरशद अयूब, जीवन खत्री, विनोद बिष्ट, हरीश सुयाल सहित भारी संख्या में खनन व्यवसाई शामिल थे। रात्रि लगभग 9:45 बजे खनन व्यवसाई जिलाधिकारी कैंप कार्यालय से बिना समझौते के वापस लौट आए उनका कहना है कि कल बुधवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय हल्द्वानी में जबरदस्त प्रदर्शन किया जाएगा।

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