हल्द्वानी। बाघ का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है नैनीताल जनपद के रामनगर के आसपास विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से वन्य जीवों के आतंक से ग्रामीण काफी परेशान है वही कुछ दिन पूर्व ग्राम सांवल्दे में रहने वाली दुर्गा देवी को बाघ ने अपना निवाला बना लिया था, इसके बाद से ग्रामीणों का आक्रोश विभाग के खिलाफ लगातार बढ़ता जा रहा है, बता दें कि इस हमलावर बाघ को पकड़े जाने के लिए ग्रामीणों द्वारा 5 दिन का समय विभाग के अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन यह समय सीमा शनिवार की शाम बीत जाने के बाद भी अभी तक इस बाघ को पकड़ने में विभाग पूरी तरह नाकाम साबित रहा l
हालांकि विभाग द्वारा बाघ को पकड़े जाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहे हैं, लेकिन विभाग को सफलता नहीं मिल पा रही है, इसी बात को लेकर पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी ने भी रविवार को विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए आत्मदाह करने की घोषणा की थी, पूर्व ब्लाक प्रमुख की इस घोषणा के बाद वन विभाग और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया।
उन्होंने पूर्व ब्लाक प्रमुख को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे, इसके बाद रविवार की सुबह पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी के घर के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया, तथा उनके घर के आसपास भी भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया, इसके कुछ देर बाद कोतवाल अरुण कुमार सैनी के साथ मौजूद भारी पुलिस बल ने पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी को गिरफ्तार करते हुए राहत की सांस ली, वही पूर्व ब्लाक प्रमुख की पत्नी मंजू नेगी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पुलिस और वन विभाग सरकार के इशारे पर काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि उनके पति लगातार लंबे समय से जनता की समस्याओं को लेकर आंदोलन करते रहे हैं, और आज भी उनके द्वारा जनहित की मांग को लेकर आत्मदाह करने की घोषणा की गई थी। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सड़कों पर इंसान घूमते थे अब उन सड़कों पर इंसानों का घूमना तो बंद हो गया है।
बल्कि इन सड़कों पर बाघ घूम रहे हैं, जो कि भविष्य के लिए एक बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि जनता के संघर्षों के लिए उनके पति का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। बता दें कि इस बाघ को पकड़े जाने के लिए संघर्ष समिति द्वारा भी आज प्रदर्शन का ऐलान किया गया था, इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा सांवल्दे पुल से लेकर झिरना गेट तक धारा 144 भी लगा दी गई है। तथा इस क्षेत्र में चप्पे चप्पे पर पुलिस भी तैनात है, वही खबर भेजे जाने तक ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया था।