उत्तराखण्ड

खनन से संबंधित विभिन्न मांगो को लेकर गौला नदी के वाहन स्वामियों के दो माह से चल रहे आंदोलन में आखिरकार यह हुआ निर्णय……….. इलेक्ट्रॉनिक कांटों को लेकर आई यह नई अपडेट…………

लालकुआं। गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के बैनर तले वाहन स्वामियों का आंदोलन विभिन्न मांगो पर प्रशासन के साथ सहमति बनने के बाद सहसीलदार की मौजूदगी में समाप्त हो गया है।
गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के बैनर तले गौला नदी के वाहन स्वामी फिटनेस को प्राइवेट करने, जीपीएस की वाध्यता, रॉयल्टी को निजी हाथों में देने समेत अपनी छह सूत्रीय मांगो को लेकर पिछले काफी समय से आंदोलनरत थे, गुरुवार को वाहन स्वामियों की बेरीपड़ाव में बैठक आयोजित की गई, जिसमे जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार हल्द्वानी सचिन कुमार भी मौजूद रहे। इस दौरान क्रेशर स्वामियों द्वारा 29 रुपए भाड़ा देने का सहमति पत्र दिया गया, साथ ही प्रशासन ने जीपीएस की वाध्यता को मई 2024 तक लागू नहीं करने, वाहनों के फिटनेस को जिला प्रशासन की चार सदस्यीय टीम की देख रेख में सरकारी रशीद के अनुरूप ही जमा करने, 10 जनवरी तक गौला नदी में इलेक्ट्रॉनिक कांटे स्थापित करने समेत तमाम मांगो पर सहमति बनी। समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी ने कहा कि प्रशासन ने हमारी छह सूत्रीय मांगों को मान लिया है। 10 जनवरी के बाद जब कंप्यूटर कांटे लगेंगे तो गौला से सुचारू रूप से उपखनिज निकासी शुरू कर दी जाएगी। समिति के महामंत्री जीवन कबडवाल समेत अन्य वाहन स्वामियों ने शासन प्रशासन का आभार जताया। बैठक में समिति के कोषाध्यक्ष रमेश चंद जोशी, इन्द्र सिंह नयाल, रमेश कांडपाल, गणेश बिरखानी, मनोज बिष्ट, बिरेंद्र दानु, कविंद्र कोरंगा, पंकज दानू, भगवान धामी, पूरन पाठक, जीवन बोरा, सुरेश चंद्र जोशी, राजू चौबे, लक्ष्मी दत्त पांडे, लक्ष्मी दत्त जोशी, इंद्र लाल, सुंदर मलवाल, कैप्टन इंद्र सिंह पनेरी, खीमा बलसूनी सहित सैकड़ों वाहन स्वामी मौजूद थे।
फोटो परिचय- आंदोलनरत खनन समिति के अध्यक्ष सहमति पत्र दिखाकर हड़ताल समाप्त करने की घोषणा करते हुए

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