सड़क दुर्घटना में मारे गए लालकुआं निवासी डिप्टी रैंजर के परिजनों को न्यायालय नें 1,44,07,268 रुपये (एक करोड़ चवालीस लाख सात हजार दो सौ अड़सठ रुपये) प्रतीकर धनराशि देने का दिया आदेश
लालकुआं। लालकुआं से हल्द्वानी वन प्रभाग को ड्यूटी जा रहे डिप्टी रेंजर की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद अपर जिला जज द्वितीय हल्द्वानी ने बीमा कंपनी को मृतक परिवार को एक करोड़ 44 लाख रुपए की राशि देने का आदेश दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 14 दिसंबर 2022 को
होमेन्द्र कुमार मिश्रा डिप्टी रैंजर, हल्द्वानी वन प्रभाग को अपनी मोटरसाइकिल संख्या- यूके 04 -के 8340 से लालकुआं से हल्द्वानी की ओर अपनी ड्यूटी को जा रहे थे। समय सुबह 10:30 बजे जब वह इंडियन ऑयल डिपो गुमटी के पास पहुंचे तभी पीछे से तेजी व लापरवाही से आ रही हौंडा सिटी कार संख्या- यूपी 32 एचएक्स- 7083 के चालक नें होमेन्द्र कुमार मिश्रा की मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में डिप्टी रैंजर होमेन्द्र कुमार मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए, और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पत्नी द्वारा कोतवाली लालकुआं में रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिस पर पुलिस द्वारा विवेचना उपरान्त कार चालक के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया।
मृतक के परिजनों / याचीगण की तरफ से एडवोकेट प्रदीप लोहनी नें न्यायालय में पेरवी की एवं प्रस्तुत किये गए साक्ष्य से साबित किया कि उक्त दुर्घटना कार चालक की तेजी व लापरवाही के कारण ही घटित हुई।
मामले के सभी चारों पक्षकारों को सुनने के बाद मोटर दुर्घटना प्रतीकर ट्रिब्यूनल / द्वितीय अपर जिला जज, हल्द्वानी श्रीमती नीलम रात्रा नें विपक्षी संख्या 3 बीमा कंपनी इफको टोकियो इन्सुरेंस कंपनी को आदेशित किया कि वह मृतक के परिजनों / याचीगण को आदेश की तिथि से एक माह के अंदर 1,44,07,268 रुपये (एक करोड़ चवालीस लाख सात हजार दो सौ अड़सठ रुपये) अदा करें। न्यायालय द्वारा मृतक डिप्टी रेंजर की परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के आदेश के बाद परिवार ने राहत की सांस ली है।
विदित रहे कि स्वर्गीय डिप्टी रेंजर होमेन्द्र मिश्रा हल्द्वानी डिवीजन के छकाता रेंज में तैनात थे, और वह हल्दूचौड़ स्थित अपने घर पर आए हुए थे। डिप्टी रेंजर मिश्रा का लालकुआं फॉरेस्ट कंपाउंड में सरकारी आवास था, उनके बच्चे वही रहते थे, वह अपने पीछे बच्चे जिनमें दो बेटियां और एक बेटा सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं, उनका पैतृक घर बबूर गुमटी के बच्ची धर्मा में स्थित है।