उत्तराखण्ड

हल्दूचौड़ में लगी भीषण आग में 4 झोपड़िया जलकर हुई राख……….. 20 लाख से अधिक का नुकसान………. कई पालतू पशु जलकर मरे……….. तीन सिलेंडर भी फटे……… दो पड़ोसियों के घर की खिड़कियों के शीशे हो गए चूर चूर …………………

हल्दूचौड़ में मजदूरों की झोपड़ियों में लगी भीषण आग में 4 झोपड़िया जलकर हुई राख, 20 लाख से अधिक का नुकसान, कई पालतू पशु जलकर मरे, तीन सिलेंडर भी फटे, दो पड़ोसियों के घर की खिड़कियों के शीशे टूटे भारी नुकसान,
लालकुआं। हल्दूचौड़ के गंगापुर कब्डवाल ग्राम पंचायत के भानदेव नवाड़ गांव में 4 मजदूरों की झोपड़ियों में अज्ञात कारणों से अचानक भीषण आग लगने से उक्त झोपड़िया जलकर स्वाहा हो गई। जिसके चलते मजदूरों का घरेलू सामान आग में जलकर भस्म हो गया,और कई पालतू पशु भी आग की चपेट में आ गये। सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम जबतक आग पर काबू पाते तब तक झोपड़िया जलकर पूरी तरह स्वाहा हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार गांव में रह रहे उक्त मजदूर खेती का कार्य करते है और थोड़ी थोड़ी जमीनें खरीदकर यह झुग्गियां बनाकर रहते हैं। गुरुवार शाम लगभग साढ़े 3 बजे नेतराम पुत्र गंगाराम की झोपड़ी से अचानक आग की लपटें निकलने लगी, जब तक परिवार के लोग कुछ समझ पाते तब तक आग झोपड़ी में पूरी तरह फैल चुकी थी, परिवार वालों ने बमुश्किल झोपड़ी से निकलकर अपनी जान बचाई, नेतराम के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं, आग लगने के दौरान उसका घरेलू गैस सिलेंडर तेज आवाज के साथ फट गया, जिसके चलते झोपड़ी के भीतर ही मौजूद गौशाला में बंधी उसकी एक गाय और भैंस की बछिया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य गाय बुरी तरह घायल हो गई, अग्निकांड में नेतराम का सारा सामान, कपड़े बिस्तर एवं जेवर जलकर राख हो गए, जिसमें लगभग 5 लाख से अधिक नुकसान का अनुमान है। इसके बाद उक्त आग पड़ोसी नन्हेंलाल पुत्र किशन लाल की झोपड़ी ने पकड़ ली, जहां नन्हेंलाल का पेट्रोमैक्स सिलेंडर जल गया, और घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया, तथा गौशाला में बंधी भैंस की बछिया बुरी तरह जख्मी हो गई, नन्हेंलाल का उक्त अग्निकांड में 3 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। तीसरी झोपड़ी पड़ोस में रहने वाले छत्रपाल पुत्र केदारनाथ की थी, जिसके घर में रखे पूरे सामान को आग ने अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें उसकी वाशिंग मशीन, टीवी, पंखे समेत सारा घरेलू सामान जलकर राख हो गया, अग्निकांड में छत्रपाल का तीन लाख रुपए से भी अधिक का नुकसान हुआ है। चौथी झोपड़ी राइस मिल में कार्य करने वाले सोहनलाल की थी, जिसके घर में दो घरेलू सिलेंडर फटने के चलते दो तेज धमाके हुए, जिसने आसपास के घरों को भी हिलाकर रख दिया, सोहनलाल आज सुबह ही मार्केट से राइस मिल की वसूली के डेढ़ लाख रुपए नगद लाया था, जो कि घर पर ही रखे थे, वह भी आग की चपेट में आकर राख हो गए, तथा सोहनलाल का सारा सामान भी जलकर भस्म हो गया, इसके अलावा उक्त झोपड़ियों के पड़ोस में स्थित लक्ष्मी दत्त और डोरे लाल के पक्के मकानों की खिड़कियां तक जल गई, तथा शीशे चटक कर चूर हो गए, उनकी छतों में रखी पानी की टंकियां भी पिघल गई, तथा दीवार में दरार आने की भी बातें सामने आ रही है। कुल मिलाकर उक्त अग्निकांड से चार परिवारों का सब कुछ जलकर राख हो गया। आग की सूचना के उपरांत मौके पर पहुंचे उपराज्य निरीक्षक लक्ष्मी नारायण यादव द्वारा समाचार लिखे जाने तक नुकसान का आंकलन किया जा रहा था। साथ ही पशुपालन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर पशुओं की मौत होने की जांच में लगे हुए थे।

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समाजसेवी ने बढ़ाए मदद के हाथ।
मजदूरों की झोपड़ियों में आग की सूचना पर स्थानीय समाजसेवी संजू कबाड़वाल ने मदद लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। उन्होंने अग्नि कांड प्रभावितों के लिए भोजन का इंतजाम करने ओर शासन प्रशासन से उन्हें उचित मुवावजा दिलाए जाने का भरोसा दिया है। पूरी तरह बर्बाद हो चुके उक्त चार परिवारों को मदद के लिए क्षेत्र के तमाम संगठनों से व्यापक स्तर पर अपील की जा रही है।
फोटो परिचय- अग्निकांड में जलकर राख हुई चार झोपड़ियों के अवशेष

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फोटो परिचय .अग्निकांड स्थल पर पहुंचकर नुकसान का आकलन करते राजस्व विभाग के कर्मचारी

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