लालकुआं। नगीना कॉलोनी से उजाड़े जाने के बाद घर से बेघर हुई क्षेत्र की एक दर्जन से अधिक मातृशक्ति ने स्थानीय तहसील में पहुंचकर मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन की प्रति नायब तहसीलदार को देकर पुनर्वास की गुहार लगाई। इस दौरान उक्त महिलाएं अपनी व्यथा सुनाते सुनाते भावुक हो गई और रोने लगी।
स्थानीय तहसील में पहुंचकर मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन की प्रति नायब तहसीलदार राजीव कुमार वर्मा को सौंपते हुए वहां से बेघर हुई महिलाओं ने कहा कि नगीना कालौनी से रेलवे प्रशासन द्वारा कालौनी को उजाड़कर वहां के निवासियों को हटा दिया है। वह लोग पिछले 40-50 वर्षो से नगीना कालौनी में निवास कर रहे थे। उनके पास उक्त आशियाने के अलावा कहीं भी सर छुपाने की जगह नहीं थी जिसे रेल प्रशासन ने खाली करा दिया, उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन द्वारा पहले कहा गया था कि 200 मीटर तक ही जमीन की जरूरत है, लेकिन 10 मई को तोड़ने की कार्यवाही की तो पूरा नगीना कालौनी को ही उजाड़ दिया, जिससे कालौनी वासी बेघर हो गये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर अभिलंब पुर्नवास की गुहार लगाई। ज्ञापन देने वालों में राधा देवी, गीता देवी, ममता देवी, लीला देवी, पुष्पा देवी, बसंती देवी और हेमा देवी समित कई महिलाएं शामिल थी।
फोटो परिचय- पुनर्वास की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजती नगीना कॉलोनी से बेघर हुई महिलाएं