उत्तराखण्ड

रेलवे विभाग और प्रशासन ने लालकुआं में अतिक्रमण ध्वस्त करने से पूर्व शुरू की ब्रीफिंग……….. मौके पर एकत्रित व्यापारियों के समूह ने दी यह चेतावनी……………

लालकुआं। रेल विभाग द्वारा लालकुआं रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के समीप स्थित धर्म कांटे व उससे लगे हुए दो व्यावसायिक भवनों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जिला प्रशासन के सहयोग से शुरू करने के लिए पुलिस प्रशासन की कोतवाली लालकुआं एवं रेल विभाग की रेलवे स्टेशन प्रांगण में अतिक्रमण ध्वस्त करने से संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारियों की ब्रीफिंग शुरू कर दी गई है, वहीं व्यापार मंडल एवं नगर के व्यापारियों ने उक्त कार्रवाई का खुलकर प्रबल विरोध करने का निर्णय लेते हुए भारी संख्या में व्यापारी एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग उक्त स्थल पर एकत्र हो गए हैं।
रेल प्रशासन ने स्थानीय रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बिंद्रा धर्म कांटे व दो अन्य व्यवसायिक भवनों से 7:45 फिट अतिक्रमण ध्वस्त करने का न्यायालय से आदेश प्राप्त किया है, इसके खिलाफ उक्त व्यवसाईयों ने जिला जज नैनीताल के न्यायालय में वाद दायर किया है, जिसमें आज 19 सितंबर की तिथि नियत है, वही आनन-फानन में रेल विभाग द्वारा आज ही 19 सितंबर की प्रातः 10:45 बजे उक्त अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए नियुक्त किए गए मजिस्ट्रेट मनीषा बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन एवं रेलवे कर्मचारी की टीम को अधिकारियों द्वारा ब्रीफ करने के लिए उनकी बैठक लेनी शुरू कर दी है। ब्रीफिंग के पश्चात अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की जाएगी, साथी उक्त स्थल पर जेसीबी समेत तमाम गाड़ियां भी खड़ी कर दी गई है, उधर मामले में न्यायालय की शरण में गई उर्मिला मिश्रा का कहना है कि रेलवे द्वारा गलत तरीके से उनके व्यावसायिक भवन को ध्वस्त करने का फरमान जारी किया गया है, जबकि जिस भूमि में वह बसे हुए हैं वह विशुद्ध रूप से राज्य सरकार की भूमि है, परंतु रेलवे मनगढ़ंत तरीके से बार-बार उक्त भूमि को अपना बता रही है, भवन स्वामी उर्मिला मिश्रा का कहना है कि रेलवे ने उनके भवन में 7:45 फिट भूमि अपनी बताते हुए उक्त भूमि खाली करने का फरमान जारी किया है, जबकि आज 19 सितंबर को ही इस मामले में न्यायालय में सुनवाई होनी है, रेलवे इससे पूर्व ही उक्त भवन को तोड़ने का षड्यंत्र रच रही है।
इधर रेलवे के आईओडब्लू रोशन लाल जायसवाल ने बताया कि प्रातः 10:45 बजे रेल विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से लालकुआं में अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी, इधर व्यापारी नेता भुवन पांडे के अनुसार रेलवे द्वारा पूर्व में ही अपनी भूमि खाली कराकर चाहर दिवारी बना ली थी, परंतु वर्तमान में प्रदेश भर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान की आड़ में रेलवे 100 वर्षों से अधिक समय से उक्त भूमि में काबिज व्यापारियों को उजाड़ने का षड्यंत्र रच रही है, जिसका क्षेत्र के तमाम व्यापारी भारी विरोध करेंगे।
वहीं व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि रेल विभाग अनैतिक रूप से किसी भी व्यापारी की एक ईंट तक नहीं उखाड़ पाएगी, व्यापार मंडल उक्त अभियान का विरोध करेगा। कुल मिलाकर रेलवे द्वारा चलाएं जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के खुलकर विरोध करने की स्थानीय व्यापारियों ने जबरदस्त तैयारी कर रखी है। तथा भारी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय व्यापारी रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के समक्ष एकत्रित हो गए हैं, जो कि उक्त अतिक्रमण हटाओ अभियान का प्रबल विरोध करेंगे।

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