हल्द्वानी। सरकारी महकमें में अधिकारी वर्ग पर कार्य में ढीलाई बरतने के गंभीर आरोप विभाग के मुख्यालय से लगाए गए हैं, यहां रोडवेज में रूट चेकिंग को मिली गाड़ियों का इस्तेमाल विभागीय अधिकारी अपने निजी कामों के लिए कर रहे हैं। ऐसे में प्रवर्तन दल भी निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। इससे बसों से होने वाली आय में भी कमी देखने को मिल रही है। इस लापरवाही को लेकर अब परिवहन निगम मुख्यालय ने चेतावनी पत्र जारी कर कहा कि प्रवर्तन दलों से लेकर विभागीय अधिकारियों तक की जिम्मेदारी तय की है। भविष्य में लापरवाही का मामला सामने आने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। महाप्रबंधक प्रशासन अनिल सिंह गर्ज्याल की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि चालक-परिचालक रास्ते में निर्धारित स्टाप पर बस नहीं रोक रहे। सवारियों के हाथ देने के बावजूद उन्हें नहीं बैठाया जा रहा। दूसरी तरफ जिन प्रवर्तन दलों पर चेकिंग का जिम्मा है, वह एक ही जगह खड़े होकर महज खानापूर्ति करते हैं। जिसका सीधा असर निगम की आय पर पड़ रहा है। वहीं, मुख्यालय के संज्ञान में आया है कि मार्ग चेकिंग को मिली सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल मंडल और डिपो स्तर के अधिकारी अपने निजी कामों के लिए ज्यादा करते हैं। इससे निगरानी सिस्टम भी खत्म हो रहा है। वहीं, मुख्यालय ने आदेश जारी कर कहा कि सरकारी गाड़ी सप्ताह में चार दिन चेकिंग दल के पास होनी चाहिए। इसके अलावा हर सप्ताह परिचालकों की रूट आय की समीक्षा की जाए।